RBI: ‘अच्छा हुआ 2000 के नोट बंद हो गए, 500 रुपये से बड़े नोट जरूरी नहीं’
RBI: ‘अच्छा हुआ 2000 के नोट बंद हो गए, 500 रुपये से बड़े नोट जरूरी नहीं’
RBI (Reserve Bank Of India)
RBI बीते कुछ दिनों पहले अर्थात शुक्रवार को ₹2000 के नोटों को जारी करना बंद कर दिया है और बैंकों से भी अपील की है कि वह ₹2000 को कस्टमर को ना दें. ऐसे में आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर ने क्या बोला है इस विषय पर इसे विस्तार से जानते हैं
RBI के द्वारा बड़ा फैसला लिया गया है और 2000 के नोटों को इंडियन बाजार से सरकुलेशन पर रोक लगा दिया. ऐसे में आरबीआई ने अन्य बैंकों को भी यह बोला है कि 2000 के नोटों को कस्टमर को ना दें. RBI ने 2000 रुपये के नोट को एक्सचेंज करने के लिए भी बड़ी बात बोली है कि आप इसे 30 सितंबर 2022 तक किसी भी बैंक में जाकर के 1 बार में ₹20000 तक का एक्सचेंज करवा सकते हैं. अगर आपके पास 2000 के नोट है तो आप 23 मई से भारत के किसी भी बैंक में जाकर एक्सचेंज करवा सकते हैं. आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने बोला कि जिस तरह से भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ रहा है, ₹2000 के नोट की आवश्यकता ही नहीं है.
2000 रुपए का नोट अब होगा बंद, RBI का बड़ा ऐलान, 30 सितंबर तक बैंक में बदल सकेंगे आम लोग |
शॉर्ट टर्म के लिए किया गया था स्वीकार
आर गांधी के अनुसार भारत में ऑनलाइन पेमेंट का चलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है और कम महंगाई दर भी है तो इस स्थिति में उच्च मूल्य वर्ग के करेंसी की भारत को आवश्यकता ही नहीं है. ₹2000 के नोट को डिमॉनेटाइजेशन के बाद जारी किया गया था. आर गांधी ने 2000 के नए नोट को जारी करने को डिमॉनेटाइजेशन के खिलाफ बोला है. इसका लाने का मकसद यह था कि डिमॉनेटाइजेशन के बाद ₹500 के नए नोटों को छापने में ज्यादा समय लग रहा था इसे ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने 2000 के नोटों को लाया.
क्यों जारी किए गए ते 2000 के नोट?
8 नवंबर 2016 को जब नोटबंदी हुआ था तो उस समय काफी तेजी से बैंकों के द्वारा 1000 और 500 के पुराने नोट को वापस लिया गया था.और मार्केट में नए नोटों की आवश्यकता थी. इसे ध्यान में रखते हुए 2000 के नोट को लाया गया. नए 500 के नोट छापने में ज्यादा समय लग रहा था तो इसे ही ध्यान में रखते हुए RBI ने 2000 के नोटों को मार्केट जारी किया. इस नोट नोट को सिर्फ शॉर्ट टर्म के लिए जारी किया गया था उसके बाद इस नोट को आरबीआई ने जारी करना बंद कर दिया था. 2000 के नोट लगभग 50% बैंकों के द्वारा वापस कर लिया गया है.
क्यों नहीं है बड़े नोटों की जरूरत?
आरबीआई के पूर्व गवर्नर और गांधी ने कहा कि जिस तरह से डिजिटल युग का तेजी से बढ़ावा हो रहा है इस समय बड़े नोटों की आवश्यकता नहीं है. बड़े नोटों की छापने का कारण कब होता है जब महंगाई दर आसमान चुरा होता है उस समय इसकी आवश्यकता होती है लेकिन भारत में महंगाई दर अंको के विपरीत कम होती जा रही हैं इसलिए भारत में बड़े वैल्यू वाले नोटों की आवश्यकता नहीं है.
कब तक सर्कुलेशन बने रहेंगे 2000 के नोट?
शुक्रवार के दिन RBI के द्वारा 2000 के नोटों को सरकुलेशन से वापस करने की बात सामने आई तो उस दिन से लोगों के मन में हलचल समझ गया है की 2000 के नोट कब तक सरकुलेशन में बने रहेंगे? ऐसे में RBI ने साफ-साफ बोल दिया है कि 30 सितंबर तक इसे उपयोग में ला सकते हैं और आपके पास 2000 के नोट है तो बैंक में जाकर इसे बदल दें, इसके बदले आप दूसरा नोट ले सकते हैं.